नूतन वर्ष का मेरा नूतन ख्वाब
मैं देखना चाहूँगा नए साल में
सबके सपने पूरे होते
जैसे मेरे हुये
मैं चाहूँगा हर भूख को रोटी मिले रोज़
मेरे हर भाई को काम मिले
जिसे मैं जानता हूँ
और जिसे मैं नहीं जानता उसे भी
किसी की बेटी अगवा ना हो पूरे साल
शराब पी के
कपड़े ना फाड़े कोई किसी सैलानी के
हम सभ्य बने पर्यटकों के लिए
हम हिफाजत करना सीखे खुद की
और समाज की भी
हर दिल में प्यार हो किसी के लिए
कोई फरेब कोई धोखा कोई चोरी ना हो
सबको मुहब्बत मिले अपनी
अमन हो चैन हो शान्ति हो हर शहर में
पडोसी से झगड़ा ना हो मोहल्ले में
हम बाज़ार जाएँ घूमने शाम को
और बम न फटे .
हो जायेगा न्यू इयर हैप्पी.
HAPPY NEW YEAR 2010