हमको करते मिस नहीं,कइसन हो तुम तात ?आओ मिल बैठे पिये,हाला दिन और रात ।हाला दिन और रातकरें फिर मीठी बतियाँ,बहुत गए दिन मिली नहींमितरों से अँखिया ।मितरों के संग खूब चलेठेके के तीरे,चखने में काटेंगेताजे ककड़ी खीरे ।ककड़ी खीरे काजूचखने खूब तलेंगे,डिस्पोजल दारू के दो दो पेग चलेंगें ।पेग चलेंगे दो दोमस्ती ढेर चलेगी ,जागेंगे सुबहा तकपार्टी देर चलेगी ।
मित्र
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